थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
O Common Lord, just about every morning to be a rule I recite this Chalisa with devotion. You should bless me to make sure that I could Shiv chaisa possibly carry out my material and spiritual dreams.
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर shiv chalisa lyricsl । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥